Koi Naheen
Sajjad Ali
एक घाम के साइवा इस दुनिया मैं
अब और हमारा कोई नहीं
तब दिल के सहारे थे क्या क्या
अब दिल का सहारा कोई नहीं
एक घाम के साइवा इस दुनिया मैं
इस दिल की कश्ती मौजों मैं
इस दिल की कश्ती मौजों मैं
डूबे गी फिर डूबे गी
नादिया है किनारा कोई नहीं
तूफान है सहारा कोई नहीं
एक घाम के साइवा इस दुनिया मैं
रात अंधेरी घाम के साए
रात अंधेरी घाम के साए
काले बदल तेज़ हवा
एक अंधेरा च्चाया है
और चाँद सितारा कोई नहीं
एक घाम के साइवा इस दुनिया मैं
दिल राख होवा बर्बाद होवे
दिल राख होवा बर्बाद होवे
और आग लगी दीवारों मैं
इस घर मैं अकेले बैठे हैं
और साथ तुम्हारा कोई नहीं
एक घाम के साइवा इस दुनिया मैं
अब और हमारा कोई नहीं
तब दिल के सहारे थे क्या क्या
अब दिल का सहारा कोई नहीं
एक घाम के साइवा इस दुनिया मैं.