Main Raina Jaagun
INDIVAR GAUHAR KANPURI, ZAFAR IQBAL
मैं रैना जागूं बलमा
मैं रैना जागूं बलमा
तिहारे बिन कैसे आएगा चाइना मोरे सजना
मैं रैना जागूं बलमा
तिहारे बिन कैसे आएगा चाइना मोरे सजना
मैं रैना जागूं बलमा
मैं रैना जागूं
प्रीत ने ऐसी आग लगाई
होश रहा ना कोई
होश रहा ना कोई
शाम सवेरे याद में तेरी
रहती हूँ मैं खोई
रहती हूँ मैं खोई
तिहारे बिन कैसे आएगा चाइना मोरे सजना
मैं रैना जागूं बलमा
मैं रैना जागूं
पत्थर का मैं हीरा संजी
कर बैठी नादानी
कर बैठी नादानी
भूल हुई जो तुझको चाहा
दिल की बात है मानी
दिल की बात है मानी
तिहारे बिन कैसे आएगा चाइना मोरे सजना
मैं रैना जागूं बलमा
मैं रैना जागूं
यादो के है साए साए
मैं हूँ या तन्हाई
मैं हूँ या तन्हाई
सहमी सहमी खुशिया दिल की
चाहत रास ना आई
चाहत रास ना आई
तिहारे बिन कैसे आएगा चाइना मोरे सजना
मैं रैना जागूं बलमा
मैं रैना जागूं