Kuch Kareebi
(?)
कुछ करीबी तू मेरा है
कुछ कहा सा कुछ अनकहा है
ये तुझे भी तोह पता है
क्या ये लम्हा कह रहा है
दिल तुम्हारा सा है
दिल तुम्हारा सा है
तुम मेरे हो
ये तुम पे हारा सा है
दिल तुम्हारा सा है
तुम मेरे हो
ये तुम पे हारा सा है
दिल तुम्हारा सा है
(?)
यह लभ आईने में
जब तुमको देखते होंगे
न जाने कितनी मरतबाह
तुमको चूमते होंगे
राहे खो सी गयी हैं मुझको मंज़िल
दिला दे इस भटकी
धड़कन का ज़रा बसर करा दे
मेरे होंशों हवाज़ थोड़े बिखरे हुए हैं रुत जागे
ख़्वाबों को ज़रा नींद लगा दे
मेरी नज़र को हक़ ये देदो
इक दफ़ा हंस के अपना कह दो
के इंतेज़ार में
बेकरार मेरा
जहाँ सारा सा है
दिल तुम्हारा सा है
दिल तुम्हारा सा है
तुम मेरे हो
ये तुम पे हारा सा है
दिल तुम्हारा सा है