Sheykhar-Rang
Shekhar Ravjiani, Priya Saraiya
मोरा तोरे संग
लगा रे जिया कैसा तोरा रंग
लगा रे पिया.
लगा रे लगा रे
रंग लग रे लगा रे लगा
रे पिया
गिन गिन गिन तारे अब रात
कटत है
सखिया सहेली अब बात
करत है
कैसा तूने है जादू डाला
प्रीत कर बैठी पिया
मोरा तोरे संग
लगा रे जिया कैसा तोरा
रंग लगा रे पिया.
लगा रे लगा रे
रंग लग रे लगा रे लगा
रे पिया
कल बाहें जो धीमे धीमे
थमी थी उसकी तुमने जल बैठी
थी चिंगारी कोई चुप चुप
के इस दिल मे
अब आस पास कोई ओर साथ ना
देख सकूँ मे तुम्हारे
तोरे नैना बस मोहे निहारे
ये अससात रूह मान मे
अंग अंग मोरा तोरा कर दिया
कैसा तोरा रंग लगा रे पिया.
लगा रे लगा रे
रंग लागा रे लागा रे
लगा रे पिया.
लागे जिया लागे जिया
तोरे संग लागे रे जिया
लागे जिया
तोरे संग लागे रे जिया