Tujh Mein Rab Dikhta Hai
SALIM MERCHANT, SULAIMAN MERCHANT, JAIDEEP SAHNI
ना कुछ पूछा ना कुछ माँगा
तूने दिल से दिया जो दिया
ना कुछ बोला ना कुछ टोला
मुस्कुरा के दिया जो दिया
तू ही धूप तू ही छाया
तू ही अपना पराया
और कुछ ना जानू बस इतना ही जानू
तुझ में रब दिखता है यारा में क्या करूँ
तुझ में रब दिखता है यारा में क्या करूँ
सजदे सर झुकता ह यारा में क्या करूँ
तुझ में रब दिखता है यारा में क्या करूँ
रब ने बना दी जोड़ी हाय.