Galiyan
गलियाँ गलियाँ डरबदार ढूंडू
खुदको आइ हमसफ़र
गलियाँ गलियाँ डरबदार ढूंडू
खुदको आइ हमसफ़र
चुपचाप सी आवाज़ भी है
च्चालनी च्चालनी ज़ज्बात भी है
पैरो के नीचे से ज़मीन
सिर से अंबार भी गया
आए ज़िंदगी मैं चला
मैं चला बन के एक ज़लज़ला
आए खुदा रह दिखा
मुझको मुझी से आज मिला
रख पाठ नही कोई कफ़न
भी बाँध चला हूँ
खोफ़ नही कोई हिम्मत भी
साथ बड़ा हू
रख पाठ नही कोई
कफ़न भी बाँध चला
खोफ़ नही कोई हिम्मत भी
साथ बड़ा हू
ना आया घर अगर लॉट के
आज तो ऐसा मान लेना
खुदा से मिलने
आज मैं जन्नत चला हू
आए ज़िंदगी मई चला
मैं चला बन के एक सर चला
आए खुदा रह दिखा
मुझको मुझी से आज मिला
हाथ ठंडे है
जिस्म ठंडा है
रूह कमजोर नही
जुनुने जज़्बा है
लहू जो खोला है
रह फ़िरोत नही
आ गया मैं खुद
को ढूँडने आज तो
फनाः है मुज़मे
मोजूद कोई वजूद नही
आए ज़िंदगी मैं चला
मैं चला बन के एक ज़लज़ला
आए खुदा रह दिखा
मुझको मुझी से आज मिला
आए ज़िंदगी मैं चला
मैं चला बन के एक ज़लज़ला
आए खुदा रह दिखा
मुझको मुझी से आज मिला