Arziyan
SHAARIB, KALIM SHAIKH, TOSHI SABRI
ह्म ह्म ह्म हा हा हा हा
पहली मुलाकात में
अर्ज़ियाँ मेरी ये सुन जा वे
सुन जा वे
बस तेरी सोबत में रहना वे
रहना वे
तू अगर हस दे तो बिन मौसम बारिश हो
तू खफा हो तो मैं तन्हा वे
तन्हा वे
मुझको महसूस तू
जबसे होने लगा
यूँ लगा धूप निकली हो बरसात में
तेरी नज़रों ने कुछ ऐसा जादू किया
लूट्ट गये हम तो पहली मुलाकात में
तेरी नज़रों ने कुछ ऐसा जादू किया
लूट्ट गये हम तो पहली मुलाकात में
पहली मुलाकात में
हे हे हे हे हे
दिल में मैने तुझको ऐसे उतारा है
देखु जहाँ भी अब तो तेरा नज़ारा है
मेरी सुन्नी-सुन्नी रातों की तू
सुबह है
मेरी सोई जागी शब की दुआ
मेरा कुछ ना रहा
एक दिल के सिवा
दिल ये हाज़िर है लेजा तू सौगात में
तेरी नज़रों ने कुछ ऐसा जादू किया
लूट्ट गये हम तो पहली मुलाकात में
तेरी नज़रों ने कुछ ऐसा जादू किया
लूट्ट गये हम तो पहली मुलाकात में
पहली मुलाकात में