Kya Mausum Aaya Hai [Jhankar]
ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ
क्या मौसम आया है
क्या मौसम आया है
पूरब से मस्तानी पुरवाई चली
खुशबु से महकी है फूलों की गली
गीत गाए नदियां
लहरों में है सरगम
है घटा दीवानी
बूंदों में है छम छम
क्या मौसम आया है
क्या मौसम आया है
पूरब से मस्तानी पुरवाई चली
खुशबु से महकी है फूलों की गली
गीत गाए नदियां
लहरों में है सरगम
है घटा दीवानी
बूंदों में है छम छम
क्या मौसम आया है
महलों की रानी
दुःख से बेगानी
लग जाये ना धुप तुझे
उड़ उड़ जाऊ
सबको बताऊं
धुप लगे है छाव मुझे
महलों की रानी
दुःख से बेगानी
लग जाये न धुप तुझे
उड़ उड़ जाऊ
सबको बताऊं
धुप लगे है छाव में मुझे
काँटों से हो जाये पाओं न घायल
काँटों पे नाचूँगी बांध के में पायल
घर नहीं यह तो कुटीयां हमारी है
यह तेरी कुटिया तो महलो से प्यारी है
क्या मौसम आया है
क्या मौसम आया है
पूरब से मस्तानी पुरवाई चाली
खुशबु से महकी है फूलों की गली
गीत गाए नदियां
लहरों में है सरगम
है घटा दीवानी
बूंदों में है छम छम
क्या मौसम आया है
बहती पवन की
उजले गगन की
जी करता है साथ चलू
चीकने डगर है
गीर ने का डर है
थाम का तेरा हाथ चलू
बहती पवन की
उजले गगन की
जी करता है साथ चालू
चीकने डगर है
गीर ने का डर है
थाम का तेरा हाथ चलू
धरती पे बिखरें है
ओस के मोती
यह तेरी बोली तो
सुर नए पिरोती
दर्द का वह आँगन
में छोड़ के आयी
क्या तुझे जन्नत की रौनक नहीं भाई
क्या मौसम आया है
क्या मौसम आया है
पूरब से मस्तानी पुरवाई चाली
खुशबु से महकी है फूलों की गली
गीत गाए नदियां
लहरों में है सरगम
है घटा दीवानी
बूंदों में है छम छम
क्या मौसम आया है
क्या मौसम आया