Split

Gaurav Mankoti

गरम बातें थोड़ी कम
अपनी बातें थोड़ी जलसी है
I'm not that only one
छोटे भाई से सकल मिलती है
दिल की क्या है ग़लती
कल थी याद अब खुली है किताब
बन गयी कहानियों को आख़िर में मिली है आवाज़
दवाब में यूँ आके आपने सपनो को मत तोड़
लोगो को कहने पे आपने आप को तू मत क्यूँ मारोर
भूला वो समा जब बातें अनकहीं सी थी
मिला वो जहाँ, यहाँ बातें करे कोई ना सीधी
ख़ुसीयन सिर्फ़ एक पल की पर एक पल में साड़ियाँ बीती
आब तो है वो सिर्फ़ एक बीती सीधीसाढ़ी बिल्कुल मीठी ही थी
ग़लती मेरी क्या ग़लती मेरी
आपनी ग़लतियों से सिख कर ही तो मैने मेरी मंज़िल, run till
माफी drop from me body
वो जान ना पाए कभी ये
क्यूंकी इन शब्दों में लिखी थी
बहोत ही आरसो की मेहनत है ये
और ईश्वर की रहमत है ये
पर क्या मुझसे सहमत है ये
सोच, कह मत
कहकर मिलता है क्या थोड़ा दर्द और थोड़ा सा अहसास
अकेले आए, अकेले जाए, पर काज़ रहे कोई पास
साँस ले, chance ले, ये फ़ासले हटेंगे
हर एक पल मुश्किल भरा पर यकीन कर ये काटेंगे
आँखें बंद कर क्यूंकी मंज़िल बहोत दूर है
खुद पे भरोसा ना तो सारे ख्वाब चूर है
मज़बूर है तो मत कर खड़े रह तू डट कर
ये कदम बढ़ाना जब तू चीज़े करे hate कर

गरम बातें थोड़ी कम cause you're riding in the hills
और ये ठंडी सी फ़िज़ायें बोले we just wanna chill, हाँ
We just wanna chill, yeah
We just wanna chill
गरम बातें थोड़ी कम cause you're riding in the hills
और ये ठंडी सी फ़िज़ायें बोले we just wanna chill, हाँ
We just wanna chill
गरम बातें थोड़ी कम cause you're riding in the hills
और ये ठंडी सी फ़िज़ायें बोले we just wanna chill, हाँ
We just wanna chill

गरम बातें थोड़ी कम cause you're riding in the hills
और ये ठंडी सी फ़िज़ायें बोले we just wanna chill, हाँ
गरम बातें थोड़ी कम अपनी बातें थोड़ी जलसी है
फिर भी नफ़रत जलाने की क्षमता इनमे आपनी है
दिन में सपने देखूं क्यूंकी रातों में मैं सोता नहीं
मेरी परछाई मुझसे बोले की उसे मुझको खोना नही, हाँ
सोचा नही मेरा रास्ता ही ग़लत है
मुझे खुद पर भरोसा इन शब्दों की ना कोई सरहद है
मकशद है अनोखा खुद को नही देते हम धोखा
रोका कइयो ने और भोंका रुक जाने का नही कोई मौका

Mic फिसलने लगने हाथो से
पशीने पिछली रातों से
मुकरने लगे बातों से
हम गुज़रे इन्ही कातों से
तुमको लगता की ये लरका इस मंज़िल को नही चढ़ सकता
बचपन से इन काग़ज़ो को अपने दिल की कलाम भरता
लोग क्या कहेंगे डगमगाया तो हसेंगे
पर ज़िद दिन महल तैयार उस दिन वो वहाँ बसेंगे
क्यूकी फ्लो तेरा पानी के तरह बहेगा
वो १००० का नोट आख़िर कबतक चलेगा हाँ
कबतक चलेगा
दिल की यादों में रहेंगे
दिल के कमरे में हासेंगे
पर हल्के से इस दुनिया के कानों में हम कहेंगे
गरम बातें थोड़ी कम cause you're riding in the hills
और ये ठंडी सी फ़िज़ायें बोले we just wanna chill, हाँ
We just wanna chill हाँ

गरम बातें थोड़ी कम cause you're riding in the hills
और ये ठंडी सी फ़िज़ायें बोले we just wanna chill, हाँ
Anyways we're from the hill

Trivia about the song Split by Void

Who composed the song “Split” by Void?
The song “Split” by Void was composed by Gaurav Mankoti.

Most popular songs of Void

Other artists of Alternative rock