Ishq Tum Mere Ho
इश्क़ तुम मेरे हो, आशिक़ी भी
हर दुआ में माँगा बस तुझे ही
इस लमहे में ज़िंदगी बिता दे
इस क़दर जिएँ कि सब भुला दे
खोने देना जो होश खो जाए
होने देना जो माही हो जाए
दिल को तुझ से, तुझ से राबता है
तू ही मेरे जीने की वजह है
दिल को तुझ से, तुझ से राबता है
तू ही मेरे जीने की वजह है
इश्क़ तुम मेरे हो, आशिक़ी भी
हर दुआ में माँगा बस तुझे ही
बह रही है साँसों में जो ये सरगम
बह जाएँ उसमें चल हम-तुम
लब से करें ना हम कोई बातें
धड़कन कहे और सुने बस धड़कन
पलकों की राहों में से गुज़र के
आँखों में तेरी गुम हो जाएँ हम
खोने देना जो होश खो जाए
होने देना जो माही हो जाए
दिल को तुझ से, तुझ से राबता है
तू ही मेरे जीने की वजह है
दिल को तुझ से, बस तुझ से राबता है
तू ही मेरे जीने की वजह है