Yeh Tera Nazak Badan Hai Ya
ये तेरा नाज़ुक बदन है या कोई महका गुलाब
ये तेरा नाज़ुक बदन है या कोई महका गुलाब
क्या करू तारीफ तेरी हर अदा है लाजवाब
ये तेरा नाज़ुक बदन है या कोई महका गुलाब
क्या करू तारीफ तेरी हर अदा है लाजवाब
ये तेरा नाज़ुक बदन है या कोई महका गुलाब
क्यों न ये दिल तुमको चाहे हुस्न से भी तुम हो हसीन
क्यों न ये दिल तुमको चाहे हुस्न से भी तुम हो हसीन
हाए पावं पड़ते हैं जहाँ पे फूल खिल जाते हैं वहीं
जान लेलेगा हमारी एक ना एक दिन ये शबाब
ये तेरा नाज़ुक बदन है या कोई महका गुलाब
ये तेरा नाज़ुक बदन है
रुक गये सावन के बदल जुल्फ जब चेहरे पे पड़ी
रुक गये सावन के बदल जुल्फ जब चेहरे पे पड़ी हो
देख ले जो तुमको शायर भूल जाए वो शायरी
संगमरमर का बदन है या किसी शायर का ख्वाब
ये तेरा नाज़ुक बदन है या कोई महका गुलाब
क्या करू तारीफ तेरी हर अदा है लाजवाब
ये तेरा नाज़ुक बदन