Zindagi Mein To Sabhi Pyar Kiy

Qateel Shifai

ज़िंदगी में तो सभी प्यार किया करते हैं
ज़िंदगी में तो सभी प्यार किया करते हैं
मैं तो मर कर भी मेरी जान तुझे चाहूँगा
ज़िंदगी में तो सभी प्यार किया करते हैं

तू मिला है तो यह अहसास हुआ है मुझको
यह मेरी उम्र मोहब्बत के लिये थोड़ी है
इक ज़रा सा ग़म-ए-दौरां का भी हक़ है जिस पर
मैंने वोह साँस भी तेरे लिये रख छोड़ी है
तुझ पे हो जाऊँगा क़ुर्बान तुझे चाहूँगा
मैं तो मर कर भी मेरी जान तुझे चाहूँगा
ज़िंदगी में तो सभी प्यार किया करते हैं

अपने जज़बात में नग़मात रचाने के लिये
मैंने धड़कन की तरह दिल में बसाया है तुझे
मैं तसव्वुर भी जुदाई का भला कैसे करूँ
मैंने क़िस्मत की लकीरों से चुराया है तुझे
प्यार का बनके निगहबान तुझे चाहूँगा
मैं तो मर कर भी मेरी जान तुझे चाहूँगा
ज़िंदगी में तो सभी प्यार किया करते हैं

Trivia about the song Zindagi Mein To Sabhi Pyar Kiy by मेहदी हस्सान

Who composed the song “Zindagi Mein To Sabhi Pyar Kiy” by मेहदी हस्सान?
The song “Zindagi Mein To Sabhi Pyar Kiy” by मेहदी हस्सान was composed by Qateel Shifai.

Most popular songs of मेहदी हस्सान

Other artists of Film score