Kaisa Ye Raaz Hai
ओ हो हो ओ हो हो हो हो हे हे हेई हे
रातो की तन्हाई में, सुबहो की परच्छाई में हे हे हे
चेहरा है क्या, यह मेरी आँखो में
खुशबू है क्या, यह मेरी सांसो में
कैसा यह राज़ है, जो के खुलता नही
क्यूँ मेरे जहाँ में, तू है आए अजनबी
अजनबी
हे हे हे हे हे हे हे हे
ओ हो हो ओ हो हो हो हो हे हे हेई हे
ओ हो हो ओ हो हो हो हो हे हे हेई हे
होता है जो सवालो में
मिलता नही जवाबों में
रहता है जो ख़यालो में
अब तक है वो हिजाबो में
है दिल का यह कैसा मौसम
ना धूप है ना है शबनम ओ ओ ओ
कैसा यह राज़ है, जो के खुलता नही
क्यूँ मेरे जहाँ में, तू है आए अजनबी
हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे
ओ हो हो ओ हो हो हो हो हे हे हेई हे
रातो की तन्हाई में, सुबहों की परच्छाई में हे हे हे
चेहरा है क्या, यह मेरी आँखों में
खुशबू है क्या, यह मेरी सांसो में
ओ हो हो ओ हो हो हो हो हे हे हेई हे
हे हे हेई हे
जाने है क्या सितारो में, गर्दिश सी है इशारो में
पतझहड़ सी है बहारो में, तूफान सा है किनारो में
दस्तक सी है क्या यह हरदम
आहत सी है क्या यह हरदम ओ ओ ओ
कैसा यह राज़ है, जो के खुलता नही
क्यूँ मेरे जहाँ में, तू है आए अजनबी
अजनबी
हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे हे
ओ हो हो ओ हो हो हो हो हे हे हेई हे ओ हो हो ओ हो हो हो हो हे हे हेई हे(अजनबी अजनबी)