Mehki Hawa
ए महेकी हवा, मुझे ले जा वाहा
मिले ज़मीन से जहा झुक झुक आस्मा
जहा आँखो मे हो एक प्यारा समा
जहा वादियो से उठे रुक रुक के धुवा
दूर शहर से हैं कहीं वो जगह
झरनो का है शोर जहा दबा दबा
जहा बोलती होगी वो खामोशिया
पर्बतो पे हो जहा बदलिया
में वहाँ हू हो तनहाईयाँ
मेरे दिल को ना खाए वहाँ, कभी कोई फ़िकरे जहाँ
ए महेकी हवा, मुझे ले जा वाहा
मिले ज़मीन से जहा झुक झुक आस्मा
जहा आँखो मे हो एक प्यारा समा
जहा वादियो से उठे रुक रुक के धुवा
पेड़ो की छान हो जहा पे घनी घनी
सूरज की किर्ने हो जहा पे च्चणी च्चणी
खुश्बू हो शाम की जहा पे भीनी भीनी
मिले जहाँ पे चाँद से वो चाँदनी
मैं वहाँ हू हो तन्हैया
मेरे दिल को ना खाए वहाँ, कभी कोई फ़िकरे जहाँ
ए महेकी हवा, मुझे ले जा वाहा
मिले ज़मीन से जहा झुक झुक आस्मा
जहा आँखो मे हो एक प्यारा समा
जहा वादियो से उठे रुक रुक के धुवा
ए महेकी हवा
मुझे ले जा वाहा
मुझे ले जा वाहा
मुझे ले जा वाहा