Chhoo Lene Do Nazuk Honthon Ko
Ravi, Sahir Ludhianvi
छू लेने दो नाजुक होठों को
कुछ और नहीं है जाम है ये
छू लेने दो नाजुक होठों को
कुछ और नहीं है जाम है ये
कुदरत ने जो हमको बक्शा है
वो सबसे हसि इनाम है ये
छू लेने दो नाजुक होठों को कुछ और नहीं है जाम है ये
छू लेने दो नाजुक होठों को
शरमा के न यूँ ही खो देना
रंगीन जवानी की घड़ियाँ
शरमा के न यूँ ही खो देना
रंगीन जवानी की घड़ियाँ
बेताब धड़कते सीनों का
अरमान भरा पैगाम है ये
छू लेने दो नाजुक होठों को
कुछ और नहीं है जाम है ये
कुदरत ने जो हमको बक्शा है
वो सबसे हसि इनाम है ये
छू लेने दो नाजुक होठों को