Ek Raja Ka Beta
Hello आओ बच्चो
तुम्हे एक कहानी सुनाऊ
एक राजे बेटा ले कर
बैठे बैठे उस के दिल मैं
सैर दी धुन सवाई
चढ़ बैठा उड़ने घड़े पैर और उस को
एड लगाई
खूब थका जब उड़ते उड़ते
तब घोड़े का मुँह फेरा
घनी शव देखी
उस जा पर डाला डेरा
इतने मैं एक परियो की शहजादी
उस जा आई
राजे के बेटे संग खेले यही उस के मन बाहि
अच्छा यही कहानी अब गए कर सुन्नता हु
एक राजे बेटा ले कर
उड़ाने वाला घोड़ा
एक राजे बेटा ले कर
उड़ाने वाला घोड़ा
देश-देश की सैर की खातिर
अपने घर से निकला
देश-देश की सैर की खातिर
अपने घर से निकला
उड़ते-उड़ते चलते-चलते
थके जो उसके पाँव
उड़ते-उड़ते चलते-चलते
थके जो उसके पाँव
तो एक जेया पर बैठ गया
वो देख के ठंडी छ्चाँव
तो एक जेया पर बैठ गया
वो देख के ठंडी छाँव
इतने मे होनी ने अपनी
बसी वहाँ बजाई
इतने मे होनी ने अपनी
बसी वहाँ बजाई
जिसको सुन कर परियो की
शहज़ादी दौड़ी आई
जिसको सुन कर परियो की
शहज़ादी दौड़ी आई
अच्छा बचो जानते हो उस के बाद क्या हुआ
बहुत देर तक दोनों जी भर के खेले
दोनों ने खाये मिलजुल कर
सेब अनार और केले
अच्छा बच्चो अगर तुम्हे वो शहजादी मिल जाये तो तुम उनके साथ खेलो गए
वो बच्चो को बड़ी ुण्डा उन्दा चीजे खिलाती है बोलो है हा हा