Taare Saare Chhup Gae
बहती हुई मैं हु नदी
सागर की तलाश है
सागर से मिलवा दे
बंद हो न जाए आँख आवाज़ दे
है दिल यह घायल
जो भरा है दर्द से
कैसी बेबसी
तारे सारे छुप गए फिर छाया अँधेरा
तनहा फिर से रह गए हम
क्यों ये हम से
तेरी दूरी
कहा है वह दिल तेरा
था जो कभी घर मेरा
घर से क्यूँ बेघर
कर दिया तूने
दिल करे तेरी बाँहों में
आके अभी चुप जाऊं मैं
भीगी तेरी इन आँखों में
बनके रौशनी अभी समां जाऊ मैं
दौड़ी दौड़ी आउ जो पुकारे प्यार से
पर तू है नहीं
तारे सारे छुप गए फिर छाया अँधेरा
तनहा फिर से रह गए हम
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
ह्म्म्म ह्म्म्म ह्म्म्म ह्म्म्म ह्म्म्म
दिल की बाते
क्या मैं कह दूँ
आती है तू ख़्वाबों में तोह
सामने क्यूँ आती नहीं
घडी घडी मुझे
क्यों सताती नहीं
बहती हुई मैं हूँ नदी
सागर की तलाश है
सागर से मिलवा दे
दर्द ये जुदाई का मिटा आ ज़रा
फिर से वही लम्हे
वोह सुहानी रात दे
दे तू हाथ दे
तारे सारे छुप गए फिर छाया अँधेरा
तनहा फिर से रह गए हम