Kabhi Kabhi Mere Dil
Khayyam, Sahir Ludhianvi, Rahul Jain
ना आ आ ना आ आ त रे ता ना
कभी कभी मेरे दिल में ख़याल आता है
कभी कभी मेरे दिल में ख़याल आता है
के जैसे तुझ को बनाया गया है मेरे लिए
के जैसे तुझ को बनाया गया है मेरे लिए
तू अब से पहले सितारों में बस रही थी कही
तू अब से पहले सितारों में बस रही थी कही
तुझे जमीं पे बुलाया गया है मेरे लिए
कभी कभी मेरे दिल में ख़याल आता है
कभी कभी मेरे दिल में ख़याल आता है
के जैसे बजती हैं शहनाईयां सी राहों में
सुहाग रात है घूंघट उठा रहा हूँ मैं
सुहाग रात है घूंघट उठा रहा हूँ मैं
सिमट रही है, तू शरमा के अपनी बाहों में
सिमट रही है, तू शरमा के अपनी बाहों में
कभी कभी मेरे दिल में ख़याल आता है