Aisa Kyun Hota Hai [Jhankar]
आ आ
(?)
आ आ
आया या या या या या या आ
मेरे दिल को ये क्या हो गया
मैं ना जानू कहाँ खो गया
क्यों लगे दिन में भी रात है
धुप में जैसे बरसात है
ऐसा क्यों होता है बार बार
क्या इसको ही कहते हैं प्यार
मेरे दिल को ये क्या हो गया
मैं न जानू कहाँ खो गया
क्यों लगे दिन में भी रात है
धुप में जैसे बरसात है
ऐसा क्यों होता है बार बार
क्या इसको ही कहते हैं प्यार
आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ
हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो
पा पा पा पा
हो (पा पा पा पा)
सपने नए सजने लगे (पा पा पा पा)
पा पा पा पा
दुनिया नयी लगने लगी
पहले कभी ऐसा ना हुआ (पा पा पा पा)
पा पा पा पा
क्या प्यास ये जगने लगी
मदहोशियों का है समा
वो झुकने लगा आँसमान
खामोशी बनी है जुबां
छेड़े है कोई दास्ताँ
धड़कन पे भी छाया है ख़ुमार
ऐसा क्यों होता है बार बार
पा पा पा पा
हो (पा पा पा पा)
आईने में जो देखा खुद को (पा पा पा पा)
पा पा पा पा
आई शर्म आँखें झुकी
धक से मेरा धड़का जिया (पा पा पा पा)
पा पा पा पा
एक पल को ये साँसें रुकी
अब चोरी सताने लगी
रातों को जगाने लगी
मैं यूंही मचलने लगी
कुछ कुछ बदलने लगी
जाने रहती हूँ क्यूँ बेक़रार
ऐसा क्यों होता है बार बार
मेरे दिल को ये क्या हो गया
मैं न जानु कहाँ खो गया
क्यों लगे दिन में भी रात है
धुप में जैसे बरसात है
ऐसा क्यों होता है बार बार
क्या इसको ही कहते हैं प्यार
ऐसा क्यों होता है बार बार
क्या इसको ही कहते हैं प्यार