Socho Ke Jheelon [Remix]

Sameer

सोच के झिलो का शहर हो, लहरों पर अपना एक घर हो
सोच के झिलो का शहर हो, लहरों पर अपना एक घर हो
हम जो देखे सपने प्यारे, सच हो सारे बस और क्या

सोच के झिलो का शहर हो, लहरों पर अपना एक घर हो
हम जो देखे सपने प्यारे, सच हो सारे बस और क्या

फ़र्श हो प्यार का, खुशबू की दिवारे
हम जहां बैठाके, प्रेम से दिन गुजरे
फ़र्श हो प्यार का, खुशबू की दिवारे
हम जहां बैठाके, प्रेम से दिन गुजरे
पलके उठे पलक झूके, देखे तुझे बस ये नज़री
सोच के झिलो का शहर हो, लहरों पर अपना एक घर हो

बर्फ़ ही बर्फ़ हो, सरदियो का हो मौसम
आग के सामने, हाथ सेकते हो हम
बर्फ़ ही बर्फ़ हो, सरदियो का हो मौसम
आग के सामने, हाथ सेकते हो हम
बैठी राहु आगोश में, रखके तेरे कांधे पे सारे
सोच के झिलो का शहर हो, लहरों पर अपना एक घर हो
हम जो देखे सपने प्यारे, सच हो सारे बस और क्या

Trivia about the song Socho Ke Jheelon [Remix] by Alka Yagnik

Who composed the song “Socho Ke Jheelon [Remix]” by Alka Yagnik?
The song “Socho Ke Jheelon [Remix]” by Alka Yagnik was composed by Sameer.

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