Dhin Tara Bole Man Ka Ik Tara [Sad]
धिन तारा धिन तारा
बोले मन का इक तारा
साथ कभी न छूटे अपना
साथ कभी न छूटे अपना
जीवन है बहती धरा
धिन तारा धिन तारा
बोले मन का इक तारा
इक दिन सच होगा
देखा हैं जो सपना
माँ के आँचल सा
घर होगा अपना
हम तुम जिस में रहेंगे ऐसे
राम लखन की जोड़ी जैसे
राम करे वह दिन न आये
राम करे वह दिन न आये
कम हो जिस दिन प्यार हमारा
धिन तारा धिन तारा
बोले मन का इक तारा
धिन तारा धिन तारा
बोले मन का इक तारा