Meri Aankhon Mein
मेरी आँखो में आँसू है
मगर मैं रो नही सकती
मेरी आँखो में आँसू है
मगर मैं रो नही सकती
बुझेगी आग ये कैसे
हो बुझेगी आग ये कैसे
की बारिश हो नही सकती
मैं चुपके चुपके जला करती हू
छूपा कर आँसू हंसा करती हू
मैं चुपके चुपके जला करती हू
छूपा कर आँसू हंसा करती हू
मुझे मालूम है अब मैं हो
मुझे मालूम है अब मैं हो
कभी खुश हो नही सकती
मेरी आँखो में आँसू है
मगर मैं रो नही सकती
ना रातें अपनी ना दिन अपने है
हज़ारो टूटे हुए सपने है
ना रातें अपनी ना दिन अपने है
हज़ारो टूटे हुए सपने है
मेरी पॅल्को में नींदे है हो
मेरी पॅल्को में नींदे है
मगर मैं सो नही सकती
मेरी आँखो में आँसू है
मगर मैं रो नही सकती
बुझेगी आग ये कैसे
की बारिश हो नही सकती