Hai Tu
है तू जो मिला
खिलती ये शाम
आ मिली
लगता मुझे
क्यूँ नया
साथ तेरा
है तू सामने
लगता नही अजनबी
तन्हा शहेर था कभी
अब ना रहा
साथ तेरा बुलबुले सा है कोई
हवा में उड़ा जाता है कहीं
छू लून जो मैं ग़लती से कहीं
खो जाए कहाँ
है तू मुझमे
जैसे हो
साँसें मेरी
हो के मेरा है
क्यूँ नही
साथ तेरा
हैं खाली सिलसिले
ढूँढे से ना मिले
कोई भी अपना यहाँ
अधूरी सायें हैं
अधूरी आहटें
कोई ना अपना यहाँ
देखा तुझे तो यूँ
लग रहा
मिला है दिल को अब
सब यहाँ
पर साथ तेरा बुलबुले सा है कोई
हवा में उड़ा जाता है कहीं
पास जाऊं मैं ग़लती से कहीं
खो जाए कहाँ
है तू मुझमे
जैसे हो
साँसें मेरी
हो के मेरा है
क्यूँ नही
साथ तेरा