Jab Suna Suna Tumhen

Neeraj Shrivastava

जब सुना सुना तुम्हें लगे जीवन अपना
जब सुना सुना तुम्हें लगे जीवन अपना
तुम मुझे बुलाना मैं गुंजन बन आऊंगा
जब सुना सुना तुम्हें लगे जीवन अपना

जिस दिन तक बाघियाँ में भंवरो की रहे भीड़
उस दिन तुम मत आने देने मुझे पास
जिस दिन तक बुलबुल गाती रहे बहारो को
उस दिन तक मत पुचचाना मैं क्यूँ हूँ उदास
लेकिन जिस दिन पथ पर सपनो की धूल उड़े
लेकिन जिस दिन पथ पर सपनो की धूल उड़े
तुम मुझे बुलाना मैं चंदन बन आऊंगा
जब सुना सुना तुम्हें लगे जीवन अपना

मेरा मॅन तो हैं क़ैद कफ़न के घूँघट में
तन मरघाट के हाथो का एक खिलोना हैं
ये मेरी साँसे मेरी ही ज़ंजीरे हैं
कुछ घ्यात नही इस जगह मुझे कब सोना है
इस पर भी यदि शृंगार तुम्हें मेरा भाए
इस पर भी यदि शृंगार तुम्हें मेरा भाए
तुम मुझे बुलाना मैं दर्पण बन आऊंगा
जब सुना सुना तुम्हें लगे जीवन अपना
जब सुना सुना तुम्हें लगे जीवन अपना
तुम मुझे बुलाना मैं गुंजन बन आऊंगा
जब सुना सुना तुम्हें लगे जीवन अपना

Trivia about the song Jab Suna Suna Tumhen by Ashok Khosla

On which albums was the song “Jab Suna Suna Tumhen” released by Ashok Khosla?
Ashok Khosla released the song on the albums “Dhanak” in 2008 and “The Best Of Ashok Khosla” in 2008.
Who composed the song “Jab Suna Suna Tumhen” by Ashok Khosla?
The song “Jab Suna Suna Tumhen” by Ashok Khosla was composed by Neeraj Shrivastava.

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