Sukhakarta Dukhahrta Aarti [Ganpati]
KEDAR PANDIT
सुखकरता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची
नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची
सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची
कंठी झलके माल मुकताफळांची
जय देव, जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मन कमाना पूर्ति
जय देव, जय देव
रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा
चंदनाची उटी कुमकुम केशरा
हीरे जड़ित मुकुट शोभतो बरा
रुन्झुनती नूपुरे चरनी घागरिया
जय देव, जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मन कमाना पूर्ति
जय देव, जय देव
लम्बोदर पीताम्बर फनिवर वंदना
सरल सोंड वक्रतुंडा त्रिनयना
दास रामाचा वाट पाहे सदना
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवर वंदना
जय देव, जय देव
जय देव, जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मन कमाना पूर्ति
जय देव, जय देव