Bhula Diya

AM TURAZ, ANURAG SAIKIA

तेरी आँखों की गहराई में
समा गए हैं हजारों गम
जो इनमें मिला है सुकून मुझे
कहीं नहीं है खुदा कसम
तेरी निगाहों ने जाना मुझको
नसीब मेरा दिखा दिया
हर इक मंजिल से मेरी मुझको
बस इक लम्हें में मिला दिया (मिला दिया मिला दिया)
हो मैंने इश्क की हर गली को
सजा दिया तेरे नाम से
मैंने खुदको भुला दिया
भुला दिया भुला दिया
हो मैंने इश्क की हर गली को
सजा दिया तेरे नाम से
मैंने खुदको भुला दिया
भुला दिया भुला दिया

हम्म सांसें ना चलें
तेरे बिना ऐसा लगे जैसे की
सारा जहां थम गया
शामें ना ढलें
तेरे बिना सुबह ना हो
ऐसे की मौसम तू ही बन गया
तेरी पनाहों ने मुझको तो
इन एहसासों में डूबा दिया
तेरी इबादतों ने मुझको
सजदों के काबिल बना दिया

हो मैंने इश्क की हर गली को
सजा दिया तेरे नाम से
मैंने खुदको भुला दिया
भुला दिया
हो मैंने इश्क की हर गली को
सजा दिया तेरे नाम से
मैंने खुदको भुला दिया भुला दिया आ आ

Trivia about the song Bhula Diya by Darshan Raval

Who composed the song “Bhula Diya” by Darshan Raval?
The song “Bhula Diya” by Darshan Raval was composed by AM TURAZ, ANURAG SAIKIA.

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