Gungunati Hai Hawa, Phool Khile, Deep Jale

Sant Darshan Singh Ji Maharaj, Allauddin Khan

गुण-गुणाती है हवा
फूल खिले डीप जले
गुण-गुणाती है हवा
फूल खिले डीप जले
हंस पड़ी रात महकते हुए आँचल के तले
गुण-गुणाती है हवा
फूल खिले डीप जले
गुण-गुणाती है हवा
फूल खिले डीप जले

यू तमाननाए चमक उठती हैं दिल मे जैसे
यू तमाननाए चमक उठती हैं दिल मे जैसे
चेहराए वक़्त पे रह रह के कोई हाथ माले
गुण-गुणाती है हवा फूल खिले डीप जले
गुण-गुणाती है हवा फूल खिले डीप जले

बचके तारो की निगाहो से गुलो से च्छूप कर
बचके तारो की निगाहो से गुलो से च्छूप कर
दो निगाहो की मुलाकात हुई रत ढले
गुण-गुणाती है हवा फूल खिले डीप जले
गुण-गुणाती है हवा फूल खिले डीप जले

रंगो कूशबू से च्चालकने लगा मयखानाए दिल
रंगो कूशबू से च्चालकने लगा मयखानाए दिल
सकिया जाम चले जाम चले जाम चले
सकिया जाम चले जाम चले जाम चले
गुण-गुणाती है हवा फूल खिले डीप जले
गुण-गुणाती है हवा फूल खिले डीप जले

आज दर्शन नये अंदाज़ से है गारमे नवा
आज दर्शन नये अंदाज़ से है गारमे नवा
उसकी आवाज़ से नगमो के ने दीप जले
गुण-गुणाती है हवा फूल खिले डीप जले
गुण-गुणाती है हवा फूल खिले डीप जले
हंस पड़ी रात महकते हुए आँचल के तले
गुण-गुणाती है हवा फूल खिले डीप जले
गुण-गुणाती है हवा फूल खिले डीप जले

Trivia about the song Gungunati Hai Hawa, Phool Khile, Deep Jale by Ghulam Ali

Who composed the song “Gungunati Hai Hawa, Phool Khile, Deep Jale” by Ghulam Ali?
The song “Gungunati Hai Hawa, Phool Khile, Deep Jale” by Ghulam Ali was composed by Sant Darshan Singh Ji Maharaj, Allauddin Khan.

Most popular songs of Ghulam Ali

Other artists of Film score