Aasan Nahin Yahan
Hansika Pareek
जिस्मों के पीछे भागे हो फिरते
उतरो कभी रूह में हो
होता क्या आशिक़, क्या आशिक़ी है
होगी ख़बर तब तुम्हे
वो.. ओ ओ ओ
आसान नहीं यहाँ आशिक़ हो जाना
पलकों पे काँटों को सजाना
आशिक़ को मिलती है ग़म की सौगातें
सबको ना मिलता ये ख़जाना
वो ओ ओ ओ
बातों से आगे, वादों से आगे
देखो ज़रा तुम कभी हो
ये तो है शोला, ये है चिंगारी
ये है जवां आग भी
वो ओ ओ ओ
आसान नहीं यहाँ आशिक़ हो जाना
पलकों पे काँटों को सजाना
आशिक़ को मिलती है ग़म की सौगातें
सबको ना मिलता ये ख़जाना
वो ओ ओ ओ