Dukhi Man Mere

DEEPAK PANDIT, S.D. BURMAN

दुखी मन मेरे सुन मेरा कहना
जहाँ नहीं चैना वहाँ नहीं रहना
दुखी मन मेरे सुन मेरा कहना
जहाँ नहीं चैना वहाँ नहीं रहना
दुखी मन मेरे

दर्द हमारा कोई न जाने
अपनी गरज के सब हैं दीवाने
दर्द हमारा कोई न जाने
अपनी गरज के सब हैं दीवाने
किसके आगे रोना रोएं
देस पराया लोग बेगाने
दुखी मन मेरे सुन मेरा कहना
जहाँ नहीं चैना वहाँ नहीं रहना

लाख यहाँ झोली फैला ले
कुछ नहीं देंगे इस जग वाले
लाख यहाँ झोली फैला ले
कुछ नहीं देंगे इस जग वाले
पत्थर के दिल मोम न होंगे
चाहे जितना नीर बहाले
दुखी मन मेरे सुन मेरा कहना
जहाँ नहीं चैना वहाँ नहीं रहना
दुखी मन मेरे सुन मेरा कहना
जहाँ नहीं चैना वहाँ नहीं रहना
दुखी मन मेरे

Trivia about the song Dukhi Man Mere by Jagjit Singh

On which albums was the song “Dukhi Man Mere” released by Jagjit Singh?
Jagjit Singh released the song on the albums “Close to My Heart” in 2003 and “Close To My Heart - Jagjit Singh” in 2010.
Who composed the song “Dukhi Man Mere” by Jagjit Singh?
The song “Dukhi Man Mere” by Jagjit Singh was composed by DEEPAK PANDIT, S.D. BURMAN.

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