Barsaat Mein
कुछ देर तो भीग लूँ, बरसात में
दूँगा तुम्हे अपना दिल, सौगात में
कुछ देर तो भीग लूँ, बरसात में
दूँगा तुम्हे अपना दिल, सौगात में
लिपटो ना तुम मेरे बदन से
पागल बना दो मुझे
उतरो ना तुम मेरे ज़हन से
ये क्या हुआ है मुझे
कुछ देर तो भीग लूँ, बरसात में
दूँगा तुम्हे अपना दिल, सौगात में
तुम हो तो लगे तेरे संग बारिशें ये हसीन हमदम मेरे
छू लूँ जो तुम्हे तो लगे बिजलियाँ गिर पड़ी दिल पे मेरे
तुम आके बचा लो मुझे
बाहों में छिपा लो मुझे
लिपटो ना तुम मेरे बदन से
पागल बना दो मुझे
उतरो ना तुम मेरे ज़हन से
ये क्या हुआ है मुझे
कुछ देर तो भीग लूँ, बरसात में
अपने घर का रस्ता भूल बैठा हूँ मैं तुमसे मिलके
आओ ना ज़रा ले बसा इक नयी दुनिया हम तुम मिलके
कोई दूजा नही हो वहाँ
हो दो जिस्म और एक जान
लिपटो ना तुम मेरे बदन से
पागल बना दो मुझे
उतरो ना तुम मेरे ज़हन से
ये क्या हुआ है मुझे
कुछ देर तो भीग लूँ, बरसात में
दूँगा तुम्हे अपना दिल, सौगात में