Chingari Koi Bhadke [Live]
हे चिंगारी कोई भड़के
चिंगारी कोई भड़के, तो सावन आग बुझाये
सावन जो अगन लगाये, उसे कौन बुझाये
हो उसे कौन बुझाये
हो पतझड़ जो
पतझड़ जो बाग़ उजाड़े, तो बाग़ बहार खिलाये
जो बाग़ बहार में उजड़े, उसे कौन खिलाये
हो उसे कौन खिलाये
हमसे मत पूछो कैसे, मंदिर टूटा सपनों का
हमसे मत पूछो कैसे, मंदिर टूटा सपनों का
लोगों की बात नहीं है, ये क़िस्सा है अपनों का
हो कोई दुश्मन
कोई दुश्मन ठेस लगाये, तो मीत जिया बहलाये
मन मीत जो घाव लगाये
उसे कौन मिटाये
हो उसे कौन मिटाये
माना तूफाँ के आगे, नहीं चलता ज़ोर किसी का
माना तूफाँ के आगे, नहीं चलता ज़ोर किसी का
मौजों का दोष नहीं है, ये दोष है और किसी का
हो मझधार में
मझधार में नैय्या डोले, तो माझी पार लगाये
माझी जो नाव डुबोए
उसे कौन बचाये
हो उसे कौन बचाये
ओ चिंगारी ओ चिंगारी ओ चिंगारी
Thank you thank you thank you
तो दोस्तो अब मे आप के सामने पेश करुँगा गीत बहुत खबसूरत सा हे गीत के बोल हे दुखी मन मेरे सुन मेरे कहना जहा नही चैना वहा नही रहना