Hum Aur Tum The Saathi
हम और तुम थे साथी अभी है कल की बात
आज स़फर तुमने क्यों छोड़ दिया मेरा साथ
हम और तुम थे साथी अभी है कल की बात
आज स़फर तुमने क्यों छोड़ दिया मेरा साथ
जलता है दिल में फिर भी खामोश हूँ
जलता है दिल में फिर भी खामोश हूँ
तुमसे करूँ किया शिकवा क्या दोष दूँ
हमारे तुम्हारे
ओ हमारे तुम्हारे
अरमानों की यह कैसे लूट गयी बारात
आज स़फर में तुमने क्यों छोड़ दिया मेरा साथ
कैसे हैं ये अन्धेरे ढलते नहीं
कैसे हैं ये अन्धेरे ढलते नहीं
मीलों तलक उजाले मिलते नहीं
हमारे तुम्हारे
हमारे तुम्हारे
जीवन मैं कैसी आयी यह अंधीयारी रात
आज स़फर में तुमने क्यों छोड़ दिया मेरा साथ
जी चाहता है छोड़ दूँ दुनियां तेरी
जी चाहता है छोड़ दूँ दुनियां तेरी
मरने ना दे मुझे मगर ममता मेरी
हमारे तुम्हारे
हमारे तुम्हारे
सपने जो सच हुए थे थमे हैं मेरा हाथ
आज स़फर में तुमने क्यों छोड़ दिया मेरा साथ