Yeh Zamana Agar Raah Roke

Rajinder Krishnan, Roshan Rajesh

ये जमाना अगर रह रोके तो क्या
हाथ मे हाथ लेके चले जाएँगे
मोहब्बत के डुस्मान तो है देखना
एक दिन दिल ही दिल मे वो पछताएँगे
ये जमाना अगर रह रोके तो क्या
हाथ मे हाथ लेके चले जाएँगे

दिल का चमन लहरा रहा
उड़ता दुपटा गा रहा
है मोहब्बत के दिल है सामने
झोका पवन का समझा रहा
दिल का चमन लहरा रहा
उड़ता दुपटा गा रहा
धड़कते हुए दिल मिलेंगे जहा
वाहा मेले बहारो के लग जाएँगे
ये जमाना अगर रह रोके तो क्या
हाथ मे हाथ लेके चले जाएँगे

चलने लगी पुरवईया
बजने लगी रे सहनाईया
आइ गलेसए लगे अब तो मिले
मोहब्बत की लेके अंगड़ाइया
चलने लगी पुरवईया
बजने लगी रे सहनाईया
ये रते जावा हो तमन्ना हसी
तो फर्स्ते कदम चूमने आएँगे
ये जमाना अगर रोके तो क्या
हाथ मे हाथ लेके चले जाएँगे

Trivia about the song Yeh Zamana Agar Raah Roke by Kishore Kumar

Who composed the song “Yeh Zamana Agar Raah Roke” by Kishore Kumar?
The song “Yeh Zamana Agar Raah Roke” by Kishore Kumar was composed by Rajinder Krishnan, Roshan Rajesh.

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