Waqt Gaya Tham

Rajesh Butalia

वक़्त गया थम और थम गये हम
थम गये ज़िंदगी के सभी रास्ते
वक़्त गया थम और थम गये हम
थम गये ज़िंदगी के सभी रास्ते
ऐसे में अब हम कहाँ जाके ठहरे
रेत में बर्फ सा मेरा है जहाँ
ऐसे में अब हम कहाँ जाके ठहरे
रेत में बर्फ सा मेरा है जहाँ

औ हो औ औ औ औ औ औ औ

ज़िंदगी से वहीं चाहता हूँ
जो वो दे ना सके माँगता हूँ
ज़िंदगी से वहीं चाहता हूँ
जो वो दे ना सके माँगता हूँ
जहाँ होना कोई दिखाई दे वोही
जो है नहीं यहाँ वहीं तो मेरा (मेरा)
ऐसे में अब हम कहाँ जाके ठहरे
रेत में बर्फ सा है मेरा जहाँ
ऐसे में अब हम कहाँ जाके ठहरे
रेत में बर्फ सा मेरा है जहाँ

यूँ तुझे ढूंढता फिर रहा हूँ
खुद ही खुद से जुडा दिख रहा हूँ
यूँ तुझे ढूंढता फिर रहा हूँ
खुद ही खुद से जुडा दिख रहा हूँ
शायद मिले फिर वहीं मोड़ मुझको
टूट कर मेरा जहाँ सब कुछ गिरा
ऐसे में अब हम कहाँ जाके ठहरे
रेत में बर्फ सा मेरा है जहाँ
ऐसे में अब हम कहाँ जाके ठहरे
रेत में बर्फ सा मेरा है जहाँ

Trivia about the song Waqt Gaya Tham by K.K.

Who composed the song “Waqt Gaya Tham” by K.K.?
The song “Waqt Gaya Tham” by K.K. was composed by Rajesh Butalia.

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