Ab Yahan Koi Nahi
अब यहाँ कोई नही
अपना पराया भी नही
अब यहाँ कोई नही
अपना पराया भी नही
हुँने ये सोच के
महफ़िल को सजाया भी नही
अब यहाँ कोई नही
घूम ने एक भीड़ से भी
ढूँढा निकाला हुमको
घूम ने एक भीड़ से भी
ढूँढा निकाला हुमको
हुँने तो अपना पत्ता
खुद का बताया भी नही
अब यहाँ कोई नही
हाल ए दिल जान गये
कैसे ज़माने वाले
हाल ए दिल जान गये
कैसे ज़माने वाले
तुमने पुचछा भी नही
हुँने सुनाया भी नही
अब यहाँ कोई नही
हम पातज़्द को भी
समझा हैं बहारे लेकिन
हम पातज़्द को भी
समझा हैं बहारे लेकिन
तुमको इश्स दर्द का
एहसास दिलाया भी नही
अब यहाँ कोई नही
अपना पराया भी नही
हुँने ये सोच के
महफ़िल को सजाया भी नही
अब यहाँ कोई नही