Jab Koi Baat Bigad Jaye [Duet]
रु रु रु रु रु रु
रु रु रु रु रु रु
जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुश्किल पड जाये(ओ ओ)
तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज
जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुश्किल पड जाये
तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज
ना कोई हैं ना कोई था जिन्दगी में तुम्हारे सिवा(आ आ आ आ आ)
तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज
तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज
हो चांदनी जब तक रात देता हैं हर कोई साथ
तुम मगर अंधेरो में ना छोड़ना मेरा हाथ
हो चांदनी जब तक रात देता हैं हर कोई साथ
तुम मगर अंधेरो में ना छोड़ना मेरा हाथ
जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुश्किल पड जाये
तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज
ना कोई हैं ना कोई था जिन्दगी में तुम्हारे सिवा(आ आ आ आ आ)
तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज
वफादारी की वो रस्मे निभायेंगे हम तुम कस्मे
एक भी सांस जिन्दगी की जब तक हो अपने बस में
वफादारी की वो रस्मे निभायेंगे हम तुम कस्मे
एक भी सांस जिन्दगी की जब तक हो अपने बस में
जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुश्किल पड जाये
तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज
ना कोई हैं ना कोई था जिन्दगी में तुम्हारे सिवा
तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज
आआआआआ
रु रु रु रु रु रु
रु रु रु रु रु रु
दिल को मेरे हुआ यकीन हम पहले भी मिले कही
सिलसिला ये सदियों का कोई आज की बात नहीं
दिल को मेरे हुआ यकीन हम पहले भी मिले कही
सिलसिला ये सदियों का कोई आज की बात नहीं
जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुश्किल पड जाये(जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुश्किल पड जाये)
तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज(तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज)
जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुश्किल पड जाये(जब कोई बात बिगड़ जाये जब कोई मुश्किल पड जाये)
तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज(तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज)
ना कोई हैं ना कोई था जिन्दगी में तुम्हारे सिवा(ना कोई हैं ना कोई था जिन्दगी में तुम्हारे सिवा)
तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज(तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज)
तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज(तुम देना साथ मेरा ओ हमनवाज)