Aap Yun Faaslon Se [Revival]

Khaiyyaam, Jan Nishar Akhtar

ओ ओ ओ
हम्म हम्म
आप यूँ फासलों से गुजरते रहे
आप यूँ फासलों से गुजरते रहे
दिल से कदमों की आवाज़ आती रही
आहटों से अंधेरे चमकते रहे
रात आती रही, रात जाती रही
आप यूँ

ओ हम्म हम्म
गुनगुनाती रहीं मेरी तनहाईयाँ
दूर बजती रहीं कितनी शहनाईयां
ज़िन्दगी, ज़िन्दगी को बुलाती रही
आप यूँ फासलों से गुजरते रहे
दिल से कदमों की आवाज़ आती रही
आप यूँ

कतरा कतरा पिघलता रहा आसमां
कतरा कतरा पिघलता रहा आसमां
रूह की वादियों में ना जाने कहाँ
एक नदी एक नदी दिलरुबा गीत गाती रही
आप यूँ फासलों से गुजरते रहे
दिल से कदमों की आवाज़ आती रही
आप यूँ

आपकी गर्म बाहों में खो जायेंगे
आपकी नर्म ज़ानों पे सो जायेंगे
सो जायेंगे
मुद्दतों रात नींदे चुराती रही
आप यूँ फासलों से गुजरते रहे
दिल से कदमों की आवाज़ आती रही
आप यूँ आप यूँ

Trivia about the song Aap Yun Faaslon Se [Revival] by Lata Mangeshkar

Who composed the song “Aap Yun Faaslon Se [Revival]” by Lata Mangeshkar?
The song “Aap Yun Faaslon Se [Revival]” by Lata Mangeshkar was composed by Khaiyyaam, Jan Nishar Akhtar.

Most popular songs of Lata Mangeshkar

Other artists of Film score