Ang Ang Mein Umang
आए
अंग अंग में उमंग
चारों और है बहार
अंग अंग में उमंग
चारों और है बहार
प्यारी प्यारी रात में
बज रहे है दिल के तार
अंग अंग में उमंग
चारों और है बहार
प्यारी प्यारी रात में
बज रहे है दिल के तार
अंग अंग में उमंग
चारों और है बहार
लुटा रही है रात आज
दोनों हाथ से ख़ुशी
लुटा रही है रात आज
दोनों हाथ से ख़ुशी
मचल मचल के केह रही है
हर तरफ से ज़िन्दगी
मचल मचल के केह रही है
हर तरफ से ज़िन्दगी
ऐसी रात फिर कहाँ जो
कर दे दिल को बेकरार
अंग अंग में उमंग
चारों और है बहार
चमक पे आज हुस की
बहक रही है हर नज़र
चमक पे आज हुस की
बहक रही है हर नज़र
पुकारता है हर कोई
ज़रा इधर ज़रा इधर
पुकारता है हर कोई
ज़रा इधर ज़रा इधर
देख देख जल रहे है
दिप रूप का सिंगार
अंग अंग में उमंग
चारों और है बहार
प्यारी प्यारी रात में
बज रहे है दिल के तार
अंग अंग में उमंग
चारों और है बहार