Barkha Bahar Aai
बरखा बाहर आई बूँदो के हर लाई
रिम झिम ने छेड़े तराने
हो रिम झिम ने छेड़े तराने
बरखा बाहर आई बूँदो के हर लाई
रिम झिम ने छेड़े तराने
हो रिम झिम ने छेड़े तराने
झूमे धरती झूमे दुनिया
झूमे नीले गगन मे घटा
झूमे धरती झूमे दुनिया
झूमे नीले गगन मे घटा
छेड़े जाए मान की वीना
आके पूरब से ठंडी हवा
छेड़े जाए मान की वीना
आके पूरब से ठंडी हवा
पड़ती फुहार है बजती सितार है
दिन है सुहाने सुहाने
बरखा बाहर आई बूँदो के हर लाई
रिम झिम ने छेड़े तराने
हो रिम झिम ने छेड़े तराने
बरखा बाहर आई बूँदो के हर लाई
रिम झिम ने छेड़े तराने
हो रिम झिम ने छेड़े तराने
अंग निखरे रंग निखरे
जागे सपने भी सोए हुए
अंग निखरे रंग निखरे
जागे सपने भी सोए हुए
बन सॉवॅर के निकले भावरे
मुखड़े कालिया भिगोएे हुए
बन सॉवॅर के निकले भावरे
मुखड़े कालिया भिगोएे हुए
मस्ती का शोर है खुष्ीो का ज़ोर है
हासणे के सो सो बहाने
बरखा बाहर आई बूँदो के हर लाई
रिम झिम ने छेड़े तराने
हो रिम झिम ने छेड़े तराने
बरखा बाहर आई बूँदो के हर लाई
रिम झिम ने छेड़े तराने
हो रिम झिम ने छेड़े तराने