Dagabaaz Ho Banke Piya Burmah Road [Commentary]
दगाबाज़ हो बांके पिया
कहो हा दगाबाज़ हो
बांके पिया कहो हा दगाबाज़ हो
ओ बांके पिया कहो हा कहो हा
कहो हा दगाबाज़ हो
बांके पिया कहो हा दगाबाज़ हो
निर्मोही कहत और किस धुन में
हो हो हो
निर्मोही कहत और किस धुन में
हो आये गए थामो रे
निर्मोही कहत और किस धुन में
कोई चोर छुपा है
तुमरे मन में
नहीं बात भी तुमसे होती
कोई चोर छुपा है
तुमरे मन में
खड़े हो यु चुप चुप क्यू
ज़ुबा हुई घुप चुप क्यू
अभी ज़रा बालम सैया
कुछ तो बोलो ना
दगाबाज़ हो बांके पिया
कहो हा दगाबाज़ हो
बांके पिया कहो हा दगाबाज़ हो
मिल या मत मिल पिया तेरी मर्ज़ी
औ हो हो
मिल या मत मिल पिया तेरी मर्ज़ी
हुई मैं तो तेरी बाँवरिया
मिल या मत मिल पिया तेरी मर्ज़ी
हो तुम तो जनम के बेदर्दी
अरे क्या मैं करू साँवरिया
हो तुम तो जनम के बेदर्दी
गोरे हो या कारे हो
तुम हमे प्यारे हो
हमे नही देखो
सैया खुद को देखो ना
दगाबाज़ हो बांके पिया
कहो हा दगाबाज़ हो
बांके पिया कहो हा दगाबाज़ हो
चित्रगुप्त के शानदार संगीत से सजोय इस गीत को
2 मंगेशकर बहनो ने गाया था
लता मंगेशकर और ऊषा मंगेशकर
तो भई क्यू न आज हम छोटी बहिन ऊषा की आवाज़ में
बड़ी दीदी लता के बारे में कुछ सुनले
दीदी सबसे बड़ी और मेरे पिताजी जाने के बाद
पूरा परिवार उसने संभाला
हम्म
हम लोग उसको बोलते थे पिताजी की जगह वो आ गई है
हा
उस बहोत शांत स्वभाव की है
कुछ भी उसके मन के खिलाफ भी बात हो जाए
तो कुछ बोलेगी नहीं शांत बैठी रहेगी
और सबको सँभालने में वो आगे कदम होता है उसका
लेकिन कभी उसको बहोत ज्यादा गुस्सा करते हुए देखा नहीं मैंने
ओ हो अच्छा
और ज्यादा तर उसका संगीत या हिंदी काव्य कुछ 2 काव्य में ध्यान होता है
और ज्यादा से ज्यादा music की बाते होती है
अच्छा दगाबाज़ हो बांके पिया वाली फिल्म यदी बरम्ह रोड में
लता जी का गाया हुआ एक प्यारा सोलो भी था
जो मेरा ख्याल है चित्रगुप्त जी की
सबसे नाज़ुक sweet दर्जो गिना जा सकता है
उसके बोल थे
ज़ुल्फ़े उलझी है मेरे कंगना में आके शुडा जा सनम
हा हा हा
मगर भई वो गीत अच्छी quality में मुझे नहीं मिल पाया
आपको मिल जाये तो ज़रूर सुनियेगा हैं
खैर अब ये बताइये बहनो और भाइयो
के अब तो आखिर आपने मुझ पर हसना बंद कर दिया है न