Dil Hi To Hai Tadaph Gaya
दिल ही तो है तड़प गया
दर्द से भर ना आए क्यूँ
आए क्यूँ
रोएंगे हम हज़ार बार
कोई हमें सताए क्यूँ
सताए क्यूँ
दिल ही तो है तड़प गया
दर्द से भर ना आए क्यूँ
आए क्यूँ
रोते हुए गुज़ार डी
जिस ने तमाम ज़िंदगी
उस को हँसी से काम क्या
कोई उसे हंसाए क्यूँ
हंसाए क्यूँ
आई मेरे बदनसीब दिल
देख ये तेरी भूल है
आई मेरे बदनसीब दिल
देख ये तेरी भूल है
तू तो खीज़ान का फूल है
तुझ पे बहार आए क्यूँ
आए क्यूँ
आँखों में आँसू दिल में घाम
एयेए
जीने को जी रहे हैं हम
मौत से पहले ज़िंदगी
घाम से नीज़ात पाए क्यूँ
पाए क्यूँ
दिल ही तो है तड़प गया
दर्द से भर ना आए क्यूँ
आए क्यूँ
ज़माने से नहीं लेकिन हे किस्मत से गिला साकी
रहा न जिंगदी में जीने का मज़ा बाकी
अश्कों से लिखी तकदीर मेरी
अश्कों से लिखी तकदीर मेरी
तकदीर बनाने वाले ने
तकदीर बनाने वाले ने
कभी आँसू अभी आहे
ये कैसी जिंगदी दी हे
न शक न दिन हो
ये कैसी बेतली दी हे
गम की तस्वीर बना ली हे
तस्वीर बनाने वाले ने
तस्वीर बनाने वाले ने
ये दुनिया बेवफा निकली
मुकदर बेफवा निकला
समझ रखा था हमने क्या
मगर देखा था क्या निकला
दुनिया को ख़ुशी दी हे मुझको
लकीर बनाने वाले ने
लकीर बनाने वाले ने
अश्को से लिखी तकदीर मेरी
तकदीर बनाने वाले ने
तकदीर बनाने वाले ने