Dilwale Dukhde Bure

Prem Dhawan

लागे जिसको वोही ये दुःख जाने
के दिलवाले दुखड़े बुरे
रोना पड़ता है
धुएं के बहाने
के दिलवाले दुखड़े बुरे
कटे नहीं एक पल भी
हो कटे नहीं एक पल भी
टुटा है दिल कुछ ऐसे
कटेगी कैसी उम्र न जाने
के दिल वाले दुखड़े बुरे
लागे जिसको वोही ये दुःख जाने
के दिल वाले दुखड़े बुरे

एक अग्नि मेरे सिने भड़के
एक भडके तन्दुर
एक अग्नि
एक अग्नि मेरे सिने भड़के
एक भडके तन्दुर
ले जाता वो याद भी अपनी
ले जाता वो याद भी अपनी
चला गया जो दूर
भूले जाते नहीं गुजरे ज़माने
के दिल वाले दुखड़े बुरे
लागे जिसको वोही ये दुःख जाने
के दिल वाले दुखड़े बुरे

पाप न सोचु पुण्य न सोचु
सोचु ये दिन रेन पाप न सोचु
पाप न सोचु पुण्य न सोचु
सोचु ये दिन रेन
न तो मैं आबाद हुयी रे
न तो मैं आबाद हुयी
न तूने पाया चैन
ऐसे घर से तो अच्छे थे वीराने
के दिल वाले दुखड़े बुरे
लागे जिसको वही दुःख जाने
के दिल वाले दुखड़े बुरे

Trivia about the song Dilwale Dukhde Bure by Lata Mangeshkar

Who composed the song “Dilwale Dukhde Bure” by Lata Mangeshkar?
The song “Dilwale Dukhde Bure” by Lata Mangeshkar was composed by Prem Dhawan.

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