Hum Jaisa Kahin Aapko [Jhankar]
घर छोड़ कर न जाओ
हम जैसा कहीं आपको दिलबर न मिलेगा
हम जैसा कहीं आपको दिलबर न मिलेगा
घर छोड़ कर न जाओ घर छोड़ कर न जाओ
कहीं घर न मिलेगा
हम जैसे कहीं आपको दिलबर न मिलेगा
आँखों से छलक कर मेरे रुकसार पे तड़पे
आँखों से छलक कर मेरे रुकसार पे तड़पे
रुकसार पे तड़पे जलते हुए अश्क़ो का
जलते हुए अश्क़ो का यह मंज़र न मिलेगा
हम जैसे कहीं आपको दिलबर न मिलेगा
हम जैसे कहीं आपको दिलबर न मिलेगा
उल्फ़त से भरी सेज के फूलो को न मसलो
उल्फ़त से भरी सेज के फूलो को न मसलो
फूलो को न मसलो फिर आपको यह प्यार का
फिर आपको यह प्यार का
बिस्तर न मिलेगा
हम जैसे कहीं आपको दिलबर न मिलेगा
हम जैसे कहीं आपको दिलबर न मिलेगा
घर छोड़ कर न जाओ दिल तोड़कर न जाओ
ये घर न मिलेगा
हम जैसे कहीं आपको दिलबर न मिलेगा