Husn Hazir Hain
हुस्न हाज़िर है मुहब्बत की सज़ा पाने को
हुस्न हाज़िर है मुहब्बत की सज़ा पाने को
कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को
कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को
कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को
हुस्न हाज़िर है मुहब्बत की सज़ा पाने को
कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को
कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को
मेरे दीवाने को इतना न सताओ लोगों
मेरे दीवाने को इतना न सताओ लोगों
ये तो वहशी है तुम्हीं होश में आओ लोगों
ये तो वहशी है तुम्हीं होश में आओ लोगों
बहुत रंजूर है ये, ग़मों से चूर है ये
बहुत रंजूर है ये, ग़मों से चूर है ये
ख़ुदा का ख़ौफ़ उठाओ बहुत मजबूर है ये
ख़ुदा का ख़ौफ़ उठाओ बहुत मजबूर है ये
क्यों चले आये हो
क्यों चले आये हो बेबस पे सितम ढाने को
कोई पत्थर से हाँ
कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को
कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को
मेरे जलवों की ख़ता है जो ये दीवाना हुआ
मेरे जलवों की ख़ता है जो ये दीवाना हुआ
मैं हूँ मुजरिम ये अगर होश से बेगाना हुआ
मैं हूँ मुजरिम ये अगर होश से बेगाना हुआ
मुझे सूली चढ़ा दो या शोलों पे जला दो
मुझे सूली चढ़ा दो या शोलों पे जला दो
कोई शिक़वा नहीं है जो जी चाहे सज़ा दो
कोई शिक़वा नहीं है जो जी चाहे सज़ा दो
बख़्श दो इस को
बख़्श दो इस को मैं तैयार हूँ मिट जाने को
कोई पत्थर से हाँ
कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को
कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को
पत्थरों को भी वफ़ा फूल बना सकती है
पत्थरों को भी वफ़ा फूल बना सकती है
ये तमाशा भी सर-ए-आम दिखा सकती है
ये तमाशा भी सर-ए-आम दिखा सकती है
लो अब पत्थर उठाओ, ज़माने के ख़ुदाओं
लो अब पत्थर उठाओ, ज़माने के ख़ुदाओं
तुम्हे मैं आज़माऊँ, मुझे तुम आजमाओ
तुम्हे मैं आज़माऊँ, मुझे तुम आजमाओ
अब दुआ अर्श पे
अब दुआ अर्श पे जाती है असर लाने को
अब दुआ अर्श पे जाती है असर लाने को
कोई पत्थर से हाँ
कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को
कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को
हुस्न हाज़िर है मुहब्बत की सज़ा पाने को
कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को
कोई पत्थर से न मारे मेरे दीवाने को