Ja Re Kare Badra Balam Ke Dwar

Laxmikant Pyarelal, Majrooh Sultanpuri

जा रे कारे बद्रा बलम के पास
जा रे कारे बद्रा बलम के पास
वो है ऐसे बुद्धू ना समझे रे प्यार
जा रे कारे बद्रा बलम के पास
वो है ऐसे बुद्धू ना समझे रे प्यार
वही जा के रो
जा रे कारे बद्रा बलम के पास
वो है ऐसे बुद्धू ना समझे रे प्यार

किनकी पलक से पलक मोरी उलझी
किनकी पलक से पलक मोरी उलझी
निपट अनाड़ी से लट मोरी उलझी
के लट उलझा के में तो गयी हार
वो है ऐसे बुद्धू ना समझे रे प्यार
वही जा के रो
जा रे कारे बद्रा बलम के पास
वो है ऐसे बुद्धू ना समझे रे प्यार

अंग उन्ही की लहरिया समाई
अंग उन्ही की लहरिया समाई
कभू ना पूछे लू काहे अंगड़ाई
के सौ सौ बलख़ाके में तो गयी हार
वो है ऐसे बुद्धू ना समझे रे प्यार

थाम लो बाइया चुनर समझावे
थाम लो बाइया चुनर समझावे
गरवा लगा लो कजर समझाए
के सब समझाके में तो गयी हार
वो है ऐसे बुद्धू ना समझे रे प्यार
वही जा के रो
जा रे कारे बद्रा बलम के पास
वो है ऐसे बुद्धू ना समझे रे प्यार
वो है ऐसे बुद्धू ना समझे रे प्यार

Trivia about the song Ja Re Kare Badra Balam Ke Dwar by Lata Mangeshkar

Who composed the song “Ja Re Kare Badra Balam Ke Dwar” by Lata Mangeshkar?
The song “Ja Re Kare Badra Balam Ke Dwar” by Lata Mangeshkar was composed by Laxmikant Pyarelal, Majrooh Sultanpuri.

Most popular songs of Lata Mangeshkar

Other artists of Film score