Jaane Ke Kaisi Raahon Mein
जाने थी कैसी राहों
में यह ज़िंदगी
जाने थी कैसी राहों
में यह ज़िंदगी
छ्चाई थी इन निगाहों
में बेरंगी सी
फिर हमको मिल गये तुम
तो एब्ब सारे मौसमो
में घुल गये है रंग से
जाने थी कैसी राहों
में यह ज़िंदगी
छ्चाई थी इन निगाहों
में बेरंगी सी
फिर हमको मिल गये तुम
तो एब्ब सारे मौसमो
में घुल गये है रंग से
जाने थी कैसी राहों
में यह ज़िंदगी
तुम बिन था लगता
कुच्छ खो गया है
किसको बताते क्या हो गया है
तुम बिन कहे कैसी कमी थी
पलकों में च्छुपके
रहती नामी थी
जाने थी कैसी राहों
में यह ज़िंदगी
छ्चाई थी इन निगाहों
में बेरंगी सी
फिर हमको मिल गये तुम
तो एब्ब सारे मौसमो
में घुल गये है रंग से
जाने थी कैसी राहों
में यह ज़िंदगी
तुम मिल गये हो तो सब मिला है
जीने का हमको मतलब मिला है
एब्ब मुस्कुराता हर एक पल है
लगता है जीना कितना सहल है
जाने थी कैसी राहों
में यह ज़िंदगी
छ्चाई थी इन निगाहों
में बेरंगी सी
फिर हमको मिल गये तुम
तो एब्ब सारे मौसमो
में घुल गये है रंग से.