Julm-E-Ulfut Pe Hamen Log

Roshan, Sahir Ludhianvi

आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ

जुर्म ए उल्फ़त पे हमें
लोग सज़ा देते है
जुर्म ए उल्फ़त पे हमें
लोग सज़ा देते है
कैसे नादान है
शोलो को हवा देते है
कैसे नादान है
हमसे दीवाने कही
टर के वफ़ा करते है
हमसे दीवाने कही
टर के वफ़ा करते है
जान जाए के रहे
बात निभा देते है
जान जाए
आप दौलत के तराजू
मे दिलो को तौले
आप दौलत के तराजू
मई दिलो को तौले
हम मोहब्बत से
मोहब्बत का सिला देते है
हम मोहब्बत से
तख़्त क्या चीज़ है और
लाल जवाहर क्या है
तख़्त क्या चीज़ है और
लाल जवाहर क्या है
इश्क़ वाले तो खुदाई
भी लुटा देते है
इश्क़ वाले
हमने दिल दे भी दिया
एहदे वफा ले भी लिया
हमने दिल दे भी दिया
एहदे वफा ले भी लिया
आप अब शोख़ से देदे
जो सज़ा देते है
जुर्म इ उल्फ़त पे हमें
लोग सज़ा देते है

Trivia about the song Julm-E-Ulfut Pe Hamen Log by Lata Mangeshkar

Who composed the song “Julm-E-Ulfut Pe Hamen Log” by Lata Mangeshkar?
The song “Julm-E-Ulfut Pe Hamen Log” by Lata Mangeshkar was composed by Roshan, Sahir Ludhianvi.

Most popular songs of Lata Mangeshkar

Other artists of Film score