Kya Janu Sajan [Mix]
क्या जानूँ सजन, होती है क्या गम की शाम
जल उठे सौ दिए, जब लिया तेरा नाम
क्या जानूँ सजन, होती है क्या गम की शाम
जल उठे सौ दिए, जब लिया तेरा नाम
क्या जानूँ सजन…होती है क्या गम की शाम
काँटों में मैं खड़ी, नैनों के द्वार पे
नित दिन बहार के, देखूँ सपने
चेहरे की धूल क्या चंदा की चांदनी
उतरी तो रह गयी, मुख पे अपनी
क्या जानूँ सजन होती है क्या गम की शाम
जल उठे सौ दिए, जब लिया तेरा नाम
क्या जानूँ सजन..होती है क्या गम की शाम
जल उठे सौ दिए, जब लिया तेरा नाम
क्या जानूँ सजन