Kya Meri Prem Kahani
शर्म आती है मुझको सहेली
नया घर है मैं दुल्हन नवेली
बात मन की जो है एक पहेली
रहने दो इसे तुम पहली
क्या मेरी प्रेम कहानी
नदिया से बिछड़ा पानी
नदिया से बिछड़ा पानी
क्या मेरी प्रेम कहानी
नदिया से बिछड़ा पानी
नदिया से बिछड़ा पानी
छूट जाती है बाबुल की गलिया
दूर संजोग ले जाते है
फूल बनती है जब खिलके कलिया
तोड़ के लोग ले जाते है
एक राजा ले आया बनाके मुझे रानी
नदिया से बिछड़ा पानी
नदिया से बिछड़ा पानी
जाने किस किस गली से गुजरके
घर साजन के बारात आयी
सब साथी पुराने वही छूटे
याद उनकी मेरे साथ आई
ये जो आँसू है है उन्ही की निशानी
नदिया से बिछड़ा पानी
नदिया से बिछड़ा पानी
गाया करती जो मायके में दुल्हन
अब वो गीत याद आते है
किस तरह याद आते है दुश्मन
किस तरह मीत याद आते है
जान निकलेगी तब दिल से यादें पुरानी
नदिया से बिछड़ा पानी
नदिया से बिछड़ा पानी
क्या मेरी प्रेम कहानी
नदिया से बिछड़ा पानी
नदिया से बिछड़ा पानी