Patthar Ke Bhagwan Pighal Ja
पत्थर के भगवान पिघल जा आज पिघलना होगा
पत्थर के भगवान पिघल जा आज पिघलना होगा
में तो जल जल राख हुई अब तुझको भी जलना होगा
पत्थर के भगवान
मेरा जलना कोई जलना जैसे गीला ईंधन
मेरा जलना कोई जलना जैसे गीला ईंधन
जिस दिन तू जल जाएगा मालिक दुनिया होगी रोशन
बीते चाहे रात ना बीते दिन को निकलना होगा
पत्थर के भगवान पिघल जा आज पिघलना होगा
पत्थर के भगवान
चलते फिरते सायें हज़ारो हर साया बेगाना
चलते फिरते सायें हज़ारो हर साया बेगाना
मंज़िल भी मालूम नही है रस्ता भी अंजाना
में भी अँधी, तू भी है अँधा साथ चलना होगा
पत्थर के भगवान पिघल जा आज पिघलना होगा
में तो जल जल राख हुई अब तुझको भी जलना होगा
पत्थर के भगवान